एक आस लगी है मन को
जब दिन आएगा दिवाली का
ले जाएंगे सब टोकरियां दीपों की
तब लोग दीप जलाएंगे दीवाली का।
घर में माहौल होगा खुशनुमा
सब लोग मिलेंगे आपसे में
तब भूल जाएंगे दुःख के दिन
जब उस रोज दीप जलांएगे दीवाली का।
जब दूर कहीं होगा कोई
याद आएगा अपने घरवाली का
तब वह भी अपनो का याद कर
घर में दीपक जलाएंगा दीवाली का।
मन में चाहत होगी कुछ करने की
तन में अंगड़ाई आएगी कुछ कर गुजरने की
तब होगी शुरूआत एक नए मंजिल की
जब मिल कर हम लोग दीपक जलाएंगे दीवाली का।
साभार
जब दिन आएगा दिवाली का
ले जाएंगे सब टोकरियां दीपों की
तब लोग दीप जलाएंगे दीवाली का।
घर में माहौल होगा खुशनुमा
सब लोग मिलेंगे आपसे में
तब भूल जाएंगे दुःख के दिन
जब उस रोज दीप जलांएगे दीवाली का।
जब दूर कहीं होगा कोई
याद आएगा अपने घरवाली का
तब वह भी अपनो का याद कर
घर में दीपक जलाएंगा दीवाली का।
मन में चाहत होगी कुछ करने की
तन में अंगड़ाई आएगी कुछ कर गुजरने की
तब होगी शुरूआत एक नए मंजिल की
जब मिल कर हम लोग दीपक जलाएंगे दीवाली का।
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