Friday, October 27, 2017

एक आस लगी है मन को
जब दिन आएगा दिवाली का
ले जाएंगे सब टोकरियां दीपों की
तब लोग दीप जलाएंगे दीवाली का।

घर में माहौल होगा खुशनुमा
सब लोग मिलेंगे आपसे में
तब भूल जाएंगे दुःख के दिन
जब उस रोज दीप जलांएगे दीवाली का।

जब दूर कहीं होगा कोई
याद आएगा अपने घरवाली का
तब वह भी अपनो का याद कर
घर में दीपक जलाएंगा दीवाली का।

मन में चाहत होगी कुछ करने की
तन में अंगड़ाई आएगी कुछ कर गुजरने की
तब होगी शुरूआत एक नए मंजिल की
जब मिल कर हम लोग दीपक जलाएंगे दीवाली का।

साभार

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